पटना, 17 नवंबर 2025: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से राजभवन में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अपनी इस्तीफा पत्र सौंपा और विधानसभा भंग करने की सिफारिश की। यह कदम हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद उठाया गया है, जहां गठबंधन ने 243 सीटों में से 200 से अधिक हासिल किए। नीतीश कुमार 20 नवंबर को फिर से मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हैं, जो उनकी राजनीतिक यात्रा का एक और महत्वपूर्ण अध्याय होगा।
मुलाकात की मुख्य जानकारी
कैबिनेट की अंतिम बैठक में मुख्यमंत्री को विधानसभा भंग करने की सिफारिश करने का अधिकार दिया गया था। नीतीश कुमार ने राज्यपाल को यह सिफारिश सौंपी, जिसके बाद नई सरकार गठन की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो गई। भाजपा नेताओं ने पुष्टि की है कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे, जबकि उपमुख्यमंत्री पद पर फैसला पार्टी नेतृत्व लेगा।
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| मुलाकात की तारीख | 17 नवंबर 2025 |
| राज्यपाल | आरिफ मोहम्मद खान |
| मुख्य मुद्दा | इस्तीफा और विधानसभा भंग सिफारिश |
| शपथ ग्रहण की संभावित तारीख | 20 नवंबर 2025 |
| एनडीए सीटें | 200+ (भाजपा: 89, जेडीयू: अधिकतम) |
| विपक्षी दावा | आरजेडी पर परिवारवाद का आरोप |
नीतीश कुमार ने मुलाकात के बाद कहा, “यह बिहार के विकास के लिए एक नया दौर है। एनडीए की जीत जनता के विश्वास का प्रतीक है।” राज्यपाल ने सिफारिश स्वीकार कर ली है, और अब नई विधानसभा का गठन होगा।
घटना की पृष्ठभूमि और राजनीतिक संदर्भ
बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें भाजपा को 89 सीटें मिलीं, जबकि जेडीयू ने भी मजबूत स्थिति बनाई। विपक्षी आरजेडी पर परिवारवाद के आरोप लगे, और तेजस्वी यादव ने परिवार के साथ बैठक की। यह नीतीश कुमार का इस्तीफा देकर वापसी का पैटर्न है, जो उनकी राजनीतिक चतुराई को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम राज्य में स्थिरता सुनिश्चित करेगा।
विपक्ष ने इसे ‘राजनीतिक नाटक’ बताया, लेकिन एनडीए नेता इसे ‘लोकतंत्र की जीत’ बता रहे हैं। लालू प्रसाद और मीसा भारती की मौजूदगी में तेजस्वी की बैठक ने विपक्ष में दरार के संकेत दिए।
20 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना है। नई सरकार विकास, रोजगार और बुनियादी ढांचे पर फोकस करेगी। नीतीश कुमार ने संकेत दिया कि कैबिनेट में भाजपा को प्रमुख स्थान मिलेगा। बिहार में राजनीतिक हलचल तेज है, और जनता नई सरकार से अपेक्षाएं बांध रही है।
Author: saryusandhyanews
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