वाशिंगटन, 17 नवंबर 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को एक सख्त चेतावनी जारी की है कि रूस के साथ व्यापार करने वाले किसी भी देश पर अमेरिका ‘बहुत कठोर’ प्रतिबंध लगाएगा। उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी इस दिशा में विधेयक तैयार कर रही है, जो रूस के व्यापार साझेदारों को 500 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने का प्रावधान करेगा। यह बयान यूक्रेन युद्ध के बीच आया है, जहां अमेरिका रूस पर दबाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
चेतावनी की मुख्य जानकारी
ट्रंप ने फ्लोरिडा में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह बयान दिया। उन्होंने कहा, “जैसा कि आप जानते हैं, मैंने यह सुझाव दिया था, इसलिए रूस के साथ व्यवसाय करने वाला कोई भी देश बहुत कठोर रूप से प्रतिबंधित किया जाएगा। इसमें ईरान को भी जोड़ा जा सकता है।” यह विधेयक सीनेट में आगे बढ़ रहा है, जो रूस के तेल कंपनियों पर पहले से लगे प्रतिबंधों को और सख्त करेगा।
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| बयान देने वाला | राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप |
| तारीख | 16 नवंबर 2025 |
| मुख्य बिंदु | रूस व्यापार साझेदारों पर 500% टैरिफ |
| संभावित अतिरिक्त | ईरान पर भी प्रतिबंध |
| प्रस्तावित विधेयक | रिपब्लिकन पार्टी द्वारा |
| संदर्भ | यूक्रेन युद्ध और रूसी तेल व्यापार |
ट्रंप ने जोर देकर कहा कि यह कदम रूस को यूक्रेन युद्ध में शांति के लिए मजबूर करने के उद्देश्य से है। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि ट्रेजरी विभाग इस पर काम कर रहा है।
पृष्ठभूमि और प्रभाव
यह चेतावनी 22 अक्टूबर 2025 को ट्रेजरी द्वारा रूसी प्रमुख तेल कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंधों के बाद आई है, जहां मॉस्को से तत्काल युद्धविराम की मांग की गई थी। यूक्रेन संकट के बीच रूस के कई देशों जैसे चीन, भारत और तुर्की के साथ व्यापार जारी है, जो अमेरिकी नीति के लिए चुनौती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये प्रतिबंध वैश्विक ऊर्जा बाजार को प्रभावित करेंगे और मुद्रास्फीति बढ़ा सकते हैं।
विपक्षी डेमोक्रेट्स ने इसे ‘अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए खतरा’ बताया है, जबकि रिपब्लिकन नेता इसे ‘राष्ट्रीय सुरक्षा का आवश्यक कदम’ बता रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, यूरोपीय संघ ने समर्थन जताया है, लेकिन विकासशील देशों ने चिंता व्यक्त की है।
भविष्य की संभावनाएं
ट्रंप प्रशासन ने संकेत दिया है कि यह विधेयक जल्द ही कांग्रेस में पेश होगा। यदि पारित होता है, तो यह रूस के आर्थिक अलगाव को और गहरा करेगा। अमेरिकी विदेश विभाग ने सभी देशों से रूस के साथ व्यापार रोकने की अपील की है। वैश्विक व्यापार संगठनों पर इसका असर पड़ेगा, और विशेषज्ञों का अनुमान है कि तेल कीमतें 10-15 प्रतिशत बढ़ सकती हैं।
Author: saryusandhyanews
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