श्रीनगर, 15 नवंबर 2025 ( एक्सप्रेस न्यूज): जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में स्थित नौगाम पुलिस स्टेशन के पास आज दोपहर एक शक्तिशाली धमाके ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया। इस घटना में कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में इसे आतंकी साजिश का हिस्सा माना जा रहा है, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में हाई अलर्ट जारी हो गया है। लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और दोषियों को सख्त सजा देने का ऐलान किया।
धमाके का विवरण: अचानक विस्फोट से दहला नौगाम
घटना दोपहर करीब 1:30 बजे की है, जब नौगाम पुलिस स्टेशन के मुख्य द्वार के पास एक संदिग्ध वाहन में विस्फोट हो गया। स्थानीय निवासियों के अनुसार, धमाका इतना जोरदार था कि आसपास की इमारतें हिल गईं और कांच के टुकड़े सड़कों पर बिखर गए। पुलिस स्टेशन में तैनात 5 जवान और 4 स्थानीय नागरिक मलबे में दब गए, जबकि कई राहगीर भी चपेट में आ गए।
आंखों देखा हाल बयान करने वाले एक व्यापारी ने बताया, “मैं बाजार से लौट रहा था, तभी जोरदार धमाका हुआ। धुआं और आग की लपटें चारों तरफ फैल गईं। लोग चीखने-चिल्लाने लगे।” बचाव कार्य तुरंत शुरू हो गया, जिसमें सेना, पुलिस और एसएसआर (स्टेट सब्जेक्ट रिलीफ) की टीमें शामिल हुईं। घायलों को नौगाम के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से श्रीनगर के एसकेआइएमएस अस्पताल ले जाया गया।
आतंकी लिंक: फारूक अब्दुल्ला के बयान ने बढ़ाई सनसनी
प्रारंभिक जांच में विस्फोटक को आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बताया गया है, जो संभवतः रिमोट कंट्रोल से फोड़ा गया। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि यह लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों की साजिश हो सकती है। नौगाम सीमा क्षेत्र होने के कारण यहां आतंकी गतिविधियां पहले भी देखी गई हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने एक विवादास्पद बयान जारी कर कहा, “यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम शांति प्रक्रिया को मजबूत करें। केंद्र सरकार की नीतियां ऐसी घटनाओं को जन्म दे रही हैं।” उनके इस बयान पर बीजेपी ने तीखा प्रहार किया, जबकि पीडीपी ने केंद्र से तत्काल जांच की मांग की। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “आतंकी मॉड्यूल का लिंक पाकिस्तान से जुड़ा हो सकता है। हमारी टीमें सीमा पर सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया: एलजी का दौरा और सुरक्षा बढ़ोतरी
लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने शाम को अस्पताल का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “यह कायरों का कृत्य है। हम हर संभव प्रयास करेंगे कि दोषी सलाखों के पीछे पहुंचें। बिहार चुनाव के बीच यह घटना सुरक्षा चिंताओं को उजागर करती है।” राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। नौगाम और आसपास के इलाकों में वाहनों की जांच बढ़ा दी गई, जबकि ड्रोन और क्विक रिएक्शन टीम्स तैनात की गईं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया: “नौगाम धमाके में शहीदों को श्रद्धांजलि। जम्मू-कश्मीर की शांति के दुश्मनों को बख्शा नहीं जाएगा।” सेना ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि ऑपरेशन जारी है और संदिग्धों को पकड़ने के लिए इनपुट्स पर काम हो रहा है।
प्रभाव और भविष्य की चुनौतियां
यह धमाका जम्मू-कश्मीर में शांति प्रक्रिया के लिए बड़ा झटका है। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद आतंकी घटनाओं में कमी आई थी, लेकिन हाल के महीनों में सीमा पर तनाव बढ़ा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना LoC (लाइन ऑफ कंट्रोल) के पास तनाव को और भड़का सकती है। स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने केंद्र से आर्थिक पैकेज की मांग की, ताकि युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।
नौगाम के निवासी सदमे में हैं। एक बुजुर्ग ने कहा, “हम शांति चाहते हैं, लेकिन ये आतंकी हमें जीने नहीं देते।” जांच जारी है, और अगले कुछ घंटों में और खुलासे हो सकते हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 112 जारी किया है, जहां लोग सुरक्षित जानकारी साझा कर सकते हैं।
Author: saryusandhyanews
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