भारत ने शनिवार तड़के ईरान पर इजरायल के हमलों के बाद मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में ‘बातचीत और कूटनीति का रास्ता’ अपनाने का आग्रह किया और क्षेत्र में ‘शांति’ और ‘स्थिरता’ का आह्वान दोहराया।
उन्होंने कहा, ‘हम पश्चिम एशिया में बढ़ती तनाव और क्षेत्र एवं इससे परे शांति एवं स्थिरता पर इसके प्रभावों को लेकर बहुत चिंतित हैं। हम सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और वार्ता एवं कूटनीति के मार्ग पर लौटने की अपील दोहराते हैं।
यह बयान तब दिया गया जब इजरायल ने 1 अक्टूबर को तेहरान के मिसाइल हमले के बाद कई सैन्य स्थलों को निशाना बनाते हुए ईरान के खिलाफ जवाबी हमले शुरू किए।
“चल रही शत्रुता किसी के लाभ के लिए नहीं है, यहां तक कि निर्दोष बंधकों और नागरिक आबादी को पीड़ित करना जारी है। क्षेत्र में हमारे मिशन भारतीय समुदाय के संपर्क में हैं।इजराइल ने शनिवार सुबह अंधेरे की आड़ में ईरान पर ‘सटीक’ और ‘लक्षित’ हमला किया। तेल अवीव ने ईरान के विभिन्न हिस्सों में कई स्थानों पर हमला करके 1 अक्टूबर को ईरानी मिसाइल हमले का अपना पुराना जवाब दिया। विस्फोटों को कथित तौर पर राजधानी तेहरान में सुना गया था, जो देश के अंदर स्थित है।

Author: saryusandhyanews
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