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पीएम मोदी ने की उच्च स्तरीय बैठकों की अध्यक्षता, कठोर कार्रवाई का वादा

पीएम मोदी का बयान: “दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा”

प्रधानमंत्री ने एक सार्वजनिक बयान में कहा, “पहलगाम में हुए इस कायरतापूर्ण हमले ने देश की आत्मा पर चोट की है। दोषियों और उनके समर्थकों को कठोरतम सजा दी जाएगी। भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि विश्व के 60 से अधिक देशों ने इस हमले की निंदा की है और भारत के साथ एकजुटता जताई है।

सुरक्षा तैयारियों में तेजी

पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने कई राज्यों में 7 मई को नागरिक सुरक्षा अभ्यास (सिविल डिफेंस ड्रिल) आयोजित करने का निर्देश दिया है। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने पीएम मोदी के साथ बैठक की, जिसमें सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने पर जोर दिया गया। भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा लगातार हो रहे युद्धविराम उल्लंघन का “माकूल जवाब” दिया है।

राजनयिक और आर्थिक कदम

भारत ने हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया गया है, और चिनाब नदी पर बगलिहार और सलाल बांधों के गेट बंद करने से पाकिस्तान को पानी की आपूर्ति पर असर पड़ा है। इसके अलावा, पाकिस्तान से आयात, मेल, और जहाजों के ठहराव पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।

विपक्ष का समर्थन, राहुल गांधी का बयान

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “पहलगाम हमले के दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। सरकार को हमारा 100% समर्थन है, लेकिन पीएम मोदी को स्पष्ट और कठोर कार्रवाई करनी होगी।” कांग्रेस ने अपने नेताओं को इस मुद्दे पर एकजुट रहने का निर्देश दिया है।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 5 मई को पीएम मोदी को फोन कर हमले की निंदा की और भारत के आतंकवाद विरोधी प्रयासों में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। अमेरिकी विदेश मंत्री ने भी भारत के साथ एकजुटता जताई।

स्थानीय और राष्ट्रीय भावनाएं

पहलगाम हमले ने देश भर में आक्रोश पैदा किया है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “हमारे देशवासियों को भरोसा है कि पीएम मोदी इस हमले का बदला लेंगे।” जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी पीएम के साथ मुलाकात कर स्थिति पर चर्चा की।

आगे की रणनीति

सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हमले में एक “इनसाइडर” की भूमिका का खुलासा किया है, जिसने आतंकियों को स्थान की जानकारी दी थी। सरकार ने सशस्त्र बलों को हमले के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों पर कार्रवाई की योजना बनाने का निर्देश दिया है।

पहलगाम हमला, जो पर्यटकों पर अब तक का सबसे घातक हमला माना जा रहा है, ने भारत की कश्मीर नीति और सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े किए हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट का जवाब देने के लिए एकजुट और दृढ़ नजर आ रहा है।

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Author: saryusandhyanews

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