केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को नर्सिंग कर रहे छात्रों को प्रोत्साहित किया कि वे जहां भी काम करना चाहें, स्थानीय भाषा सीखें। शंकर कॉलेज ऑफ नर्सिंग (महिला) के उद्घाटन के मौके पर उन्होंने भारतीय नर्सों के लिए बढ़ती वैश्विक मांग और कैसे भाषा दक्षता करियर की संभावनाओं को बढ़ा सकती है, इस पर प्रकाश डाला।
सिंगापुर की अपनी यात्रा को याद करते हुए, सीतारमण ने नर्सों और फिजियोथेरेपिस्ट सहित भारतीय स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए उच्च सम्मान पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जापान और यूरोप जैसे देश भारतीय नर्सों की सक्रियता से तलाश कर रहे हैं ताकि वे बुजुर्ग हो रही आबादी की देखभाल कर सकें।
वित्त मंत्री ने न केवल विदेश में बल्कि भारत के भीतर स्थानीय भाषा सीखने के महत्व पर भी जोर दिया, जहां नर्सों को पंजाबी या बंगाली जैसी क्षेत्रीय भाषाओं में संवाद करने की आवश्यकता हो सकती है। उन्होंने छात्रों को अपनी नर्सिंग शिक्षा के साथ-साथ भाषा पाठ्यक्रम डिजिटल रूप से लेने के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि उनकी भूमिकाओं में प्रभावी संचार सुनिश्चित हो सके। (न्यूज इनपुट PTI)

Author: saryusandhyanews
SENIOR JOURNALIST ,NEWS PUBLISHED IS FOR TEST AND QUALITY PURPOSE TILL OFFICIAL LAUNCH