रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं को तानाशाह कहने के लिए विपक्ष पर पलटवार किया और कांग्रेस को 1975 के आपातकाल की याद दिलाई जब उन्हें जेल भेजा गया था।
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में, राजनाथ सिंह भावुक हो गए, उन्होंने कहा कि वह ब्रेन हैमरेज के कारण निधन के बाद अपनी मां के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके।
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘मुझे आपातकाल के दौरान मेरी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैरोल नहीं दी गई थी और अब वे (कांग्रेस) हमें तानाशाह कहते हैं।
राजनाथ सिंह ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “मैं उनके अंतिम दिनों के दौरान भी उनसे नहीं मिल सका था, जब वह 27 दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती थीं।
राजनाथ सिंह ने एएनआई पोडकास्ट में कहा, “जिन लोगों ने आपातकाल के माध्यम से तानाशाही लागू की, वे हम पर तानाशाही का आरोप लगा रहे हैं।
चीन के साथ लगी सीमाओं पर ‘यथास्थिति बहाल करने’ के वादे को लेकर कांग्रेस के घोषणापत्र की आलोचना करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तहत कोई भी हमारी एक इंच जमीन भी नहीं ले सकता और हम अपनी जमीन का एक इंच भी नहीं देंगे।

Author: saryusandhyanews
SENIOR JOURNALIST ,NEWS PUBLISHED IS FOR TEST AND QUALITY PURPOSE TILL OFFICIAL LAUNCH