उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक सिविल जज की मौत के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है, जिनका शव उसके पिता की शिकायत पर उनके क्वार्टर में लटका पाया गया था।
सिविल जज (जूनियर डिवीजन) ज्योत्सना राय (27) का शव शनिवार को बरामद किया गया। आशंका जताई जा रही थी कि उसने आत्महत्या की है और एक सुसाइड नोट भी मिला है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार शाम बदायूं पहुंचे उसके पिता ने दावा किया कि अज्ञात लोगों ने उनकी बेटी की हत्या कर दी और शव को उसके शयनकक्ष में पंखे से लटका दिया।
अशोक कुमार राय ने कहा कि उनकी बेटी बहुत बहादुर थी और उसने लोगों को न्याय दिलाया और कहा कि वह आत्महत्या नहीं कर सकती।
पुलिस ने बताया कि उसकी शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आलोक प्रियदर्शी ने कहा कि तीन डॉक्टरों के एक पैनल ने शव का पोस्टमॉर्टम किया और रिपोर्ट से पता चला कि यह एंटीमॉर्टम हैंगिंग का मामला है।
एसएसपी ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है,मऊ जिले की रहने वाली ज्योत्सना राय पिछले साल 29 अप्रैल से बदायूं में सिविल जज (जूनियर डिवीजन) के पद पर तैनात थीं। इससे पहले, वह अयोध्या में न्यायिक मजिस्ट्रेट के रूप में काम कर रही थीं।
Author: Ajay Kumar Pandey
SENIOR JOURNALIST ,VAST EXPERIENCE OF INVESTIGATIVE JOURNALISM