हिमाचल प्रदेश के शिमला में बुधवार को एक कथित अवैध मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों लोगों की पुलिस के साथ झड़प हो गई। वीडियो में महिलाओं सहित प्रदर्शनकारियों को मस्जिद के खिलाफ नारे लगाते हुए दिखाया गया है। प्रदर्शनकारियों के एक समूह को अपने बैरिकेड के चारों ओर फेंककर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करते हुए भी देखा गया। पुलिस ने पानी की बौछारों और हल्के बल के साथ जवाबी कार्रवाई की।
पहाड़ी क्षेत्र में हिंदू समूहों द्वारा विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया था। वे बुधवार को शिमला के ढल्ली इलाके में एकत्र हुए और संजौली इलाके में एक मस्जिद के कथित अवैध निर्माण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
हिमाचल प्रदेश के सीएम के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि बीजेपी इसे हिंदू-मुस्लिम मुद्दा बनाना चाहती थी लेकिन यह कानून व्यवस्था का सवाल है।
“जो भी लोग इकट्ठा हुए हैं, मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानता हूं। ये 20-25 लोग भाजपा के कार्यकर्ता हैं और उन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा है। भाजपा इसे एक राष्ट्रीय मुद्दा बनाना चाहती है लेकिन वास्तविकता यह है कि यह हिंदू-मुस्लिम मुद्दा नहीं है। यह कानून और व्यवस्था की स्थिति है और कानून अपना काम करेगा। सीएम ने कहा है कि किसी भी अनधिकृत निर्माण से संबंधित जो भी कार्रवाई की जानी है, वह की जाएगी … कुछ लोग जिन्हें इसमें राजनीतिक अवसर नजर आता है, उन्हें समर्थन नहीं मिलेगा…सरकार ने कहा है कि वे बाहर से आने वाले लोगों का ट्रैक रिकॉर्ड रखेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई बुरा तत्व न हो।(समाचार सौजन्य टीओआई)
Author: Ajay Kumar Pandey
SENIOR JOURNALIST ,VAST EXPERIENCE OF INVESTIGATIVE JOURNALISM