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सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती: राष्ट्रीय एकता दिवस पर भारत की एकजुटता का प्रतीक, पीएम मोदी के नेतृत्व में भव्य आयोजन

सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती: राष्ट्रीय एकता दिवस पर भारत की एकजुटता का प्रतीक, पीएम मोदी के नेतृत्व में भव्य आयोजन

नई दिल्ली, 1 नवंबर 2025: भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती हर वर्ष 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जाती है। इस वर्ष 2025 में उनकी 150वीं जयंती होने से यह दिवस और भी विशेष हो गया। पूरे देश में एकता का संदेश गूंजा, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर भव्य कार्यक्रम का उद्घाटन किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री तक ने श्रद्धांजलि अर्पित की। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के मंत्र के साथ आयोजित कार्यक्रमों ने भारत की अनेकता में एकता की भावना को मजबूत किया।

सरदार पटेल का जीवन: एकता के प्रतीक लौह पुरुष

सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था। वकील से स्वतंत्रता सेनानी बने पटेल ने महात्मा गांधी के साथ नमक सत्याग्रह, भारत छोड़ो आंदोलन जैसे आंदोलनों में अग्रणी भूमिका निभाई। स्वतंत्रता के बाद उनका सबसे बड़ा योगदान 562 रियासतों का भारत संघ में एकीकरण था। ‘लौह पुरुष’ के नाम से विख्यात पटेल ने कहा था, “इतिहास लिखने में समय बर्बाद न करें, इतिहास रचने का प्रयास करें।” 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस घोषित किया, ताकि युवा पीढ़ी उनके आदर्शों से प्रेरित हो। इस वर्ष की थीम ‘अनेकता में एकता’ रही, जो पटेल के विजन को प्रतिबिंबित करती है।

पीएम मोदी का कार्यक्रम: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर ऐतिहासिक संबोधन

गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर 31 अक्टूबर को भव्य राष्ट्रीय एकता दिवस परेड का आयोजन हुआ, जो गणतंत्र दिवस की तर्ज पर था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह 8:15 बजे सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद 8:20 से दोपहर 12:20 तक चले समारोह में उन्होंने देशवासियों को संबोधित किया।

पीएम मोदी ने कहा, “सरदार पटेल अमर रहें। आज हम एक महान क्षण के साक्षी बन रहे हैं। देशभर में हो रही एकता दौड़ कोटि-कोटि भारतीयों का उत्साह बढ़ा रही है।” उन्होंने भारत की एकता के चार आधार स्तंभों – सांस्कृतिक एकता, भाषाई एकता, क्षेत्रीय एकता और भावनात्मक एकता – पर जोर दिया। नक्सलवाद और घुसपैठ पर प्रहार को सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा, “पुरानी सरकारें वोटबैंक के लिए राष्ट्र की सुरक्षा को खतरे में डालती रहीं, लेकिन हम जड़ से खतरा मिटाएंगे।”

परेड में एनएसजी, एनडीआरएफ और 10 राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियां शामिल रहीं, जिनमें गुजरात, जम्मू-कश्मीर, अंडमान-निकोबार, मणिपुर, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और पुडुचेरी प्रमुख थे। 900 कलाकारों ने शास्त्रीय नृत्य और सांस्कृतिक प्रदर्शन किया। भारतीय वायुसेना की सूर्य किरण एरोबैटिक टीम ने तिरंगे के रंगों से आकाश रंग दिया। पीएम ने 800 से अधिक आईएएस-आईपीएस अधिकारियों से संवाद किया और एकता की शपथ दिलाई।

इसके अलावा, 1 से 15 नवंबर तक ‘भारत पर्व 2025’ का आयोजन होगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, पारंपरिक व्यंजन और कला प्रदर्शन शामिल हैं। 16-17 नवंबर को साइक्लोथॉन दौड़ होगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में पटेल की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि दी और एक्स पर लिखा, “सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर उन्हें नमन।” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

पूरे भारत में उत्साह: ‘रन फॉर यूनिटी’ और जागरूकता कार्यक्रम

राष्ट्रीय एकता दिवस पर देशभर में ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन हुआ, जिसमें लाखों लोग शामिल हुए। स्कूलों-कॉलेजों में निबंध, वाद-विवाद, पोस्टर मेकिंग और क्विज प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं।

  • उत्तर प्रदेश: मुरादाबाद में नगर निगम ने ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाई। बच्चों और नागरिकों ने भाग लिया।
  • राजस्थान: जयपुर सहित पूरे प्रदेश में मैराथन दौड़। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हरी झंडी दिखाई और कहा, “युवाओं को विकसित भारत बनाना है।”
  • छत्तीसगढ़: रायपुर में शपथ, रैलियां और ‘रन फॉर यूनिटी’। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का संकल्प दिलाया। पूरे वर्ष (अक्टूबर 2025-अक्टूबर 2026) जागरूकता कार्यक्रम चलेंगे।
  • तेलंगाना: हैदराबाद के पीपल्स प्लाजा में अभिनेता चिरंजीवी और पुलिस महानिदेशक ने दौड़ में भाग लिया।
  • पंजाब: चंडीगढ़ के सुखना झील पर राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने पैदल यात्रा को हरी झंडी दिखाई।
  • मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “पटेल स्वतंत्रता संग्राम की रीढ़ थे। उनके कदम आज भी प्रासंगिक हैं।”

अन्य राज्यों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, एकता मार्च और शपथ ग्रहण समारोह हुए। गुजरात में क्षेत्रीय अवकाश रहा, जबकि अन्य राज्यों में सरकारी आयोजन हुए।

 पटेल के आदर्शों से प्रेरित विकसित भारत

सरदार पटेल की 150वीं जयंती ने भारत को एकजुटता का संदेश दिया। पीएम मोदी ने कहा, “राष्ट्रीय एकता दिवस का महत्व 15 अगस्त और 26 जनवरी जितना है।” यह दिवस न केवल इतिहास की याद दिलाता है, बल्कि वर्तमान चुनौतियों – जैसे घुसपैठ और आतंकवाद – से निपटने का संकल्प भी। पटेल के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के मंत्र से प्रेरित होकर, भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा। यह जयंती हमें सिखाती है कि विविधता हमारी ताकत है, और एकता हमारा हथियार।

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Author: saryusandhyanews

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