गुवाहाटी, 1 अक्टूबर 2025 (न्यूज डेस्क): प्रसिद्ध असमिया गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने मंगलवार को उनके मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल (एनईआईएफ) के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंता को गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें हत्या का इरादा न होने वाला दोषपूर्ण हत्या, आपराधिक साजिश और लापरवाही से मौत का कारण बनना शामिल है।
जुबिन गर्ग (52) की मौत 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में डूबने से हुई थी। वे नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में हिस्सा लेने के लिए सिंगापुर गए थे। घटना के बाद असम सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था, जिसके नेतृत्व में विशेष डीजीपी (सीआईडी) मुन्ना प्रसाद गुप्ता हैं। एसआईटी ने कई लोगों को नोटिस जारी किए थे, जिसमें महंता, शर्मा, सिंगापुर असम एसोसिएशन के सदस्य और फेस्टिवल में शामिल अन्य लोग शामिल थे।
गिरफ्तारी का विवरण
पुलिस के अनुसार, श्यामकानु महंता को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सिंगापुर से लौटते ही हिरासत में लिया गया। वहीं, सिद्धार्थ शर्मा को गुरुग्राम के एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया गया। दोनों को दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर के पास ट्रैक किया गया था। इंटरपोल के माध्यम से जारी लुकआउट नोटिस के तहत दोनों को हिरासत में लिया गया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें गुवाहाटी लाया गया, जहां कमरूप मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दोनों को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस ने दोनों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं, जिसमें जुबिन गर्ग का फोन भी शामिल है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच कानून के अनुसार चल रही है और दोनों से पूछताछ की जा रही है।
परिवार की प्रतिक्रिया
जुबिन की पत्नी गारिमा सैकिया गर्ग ने गिरफ्तारी पर संतोष जताते हुए कहा, “कानून अपना कोर्स लेगा। हमें उम्मीद है कि न्याय मिलेगा।” उन्होंने जांच टीम पर भरोसा जताया और पति के आखिरी पलों के बारे में स्पष्टता की इच्छा व्यक्त की। परिवार ने कहा कि वे पूरी तरह से सहयोग करने को तैयार हैं।
घटना का पृष्ठभूमि
जुबिन गर्ग असम के लोकप्रिय गायक थे, जिन्हें ‘असम का लता मंगेशकर’ भी कहा जाता था। वे नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के लिए सिंगापुर गए थे, जो नॉर्थ ईस्ट की संस्कृति को बढ़ावा देने का मंच था। फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंता पर पहले से ही असम सरकार ने कोई भी कार्यक्रम आयोजित करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने पहले ही कहा था कि महंता और शर्मा को 6 अक्टूबर तक सीआईडी के समक्ष हाजिर होने का नोटिस दिया गया था।
एसआईटी में 10 सदस्य हैं और यह मौत के सटीक कारणों की जांच कर रही है। प्रारंभिक रिपोर्ट में डूबना बताया गया है, लेकिन लापरवाही या साजिश के आरोपों ने मामले को नया मोड़ दिया है। पुलिस का कहना है कि आगे की पूछताछ से और खुलासे हो सकते हैं।
यह गिरफ्तारी जुबिन गर्ग के प्रशंसकों के लिए राहत की बात है, जो उनकी मौत के पीछे छिपे राज को जानना चाहते हैं। असम में शोक की लहर अभी भी बरकरार है, और परिवार न्याय की उम्मीद में है। जांच जारी है।
Author: saryusandhyanews
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