
राजनाथ सिंह पहुंचे क्वालालांपुर
India-Malaysia: समंदर में चीन की दादागिरी का मुकाबला करने के लिए मलेशिया भारत के ‘तेजस’ विमान में दिलचस्पी दिखा रहा है। ऐसे में भारत के रक्षामंत्री मलेशिया की यात्रा पर राजधानी क्वालालांपुर पहुंचे। इसके साथ ही मलेशिया और भारत दोनों समंदर में चीन के दखल को रोकने के लिए रणनीतिक रूप से साथ आए हैं। हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव पर चिंताओं के बीच भारत और मलेशिया, दोनों पक्षों ने आपसी रक्षा संबंधों का विस्तार करने का संकल्प लिया।
दरअसल, भारत और मलेशिया दोनों लोकतंत्रों के बीच एक मजबूत और बहुआयामी संबंध है, जो रक्षा तथा सुरक्षा सहित कई सामरिक क्षेत्रों में विस्तारित हुआ है।’ मलेशिया उन मुट्ठी भर देशों में से एक है, जो भारत के स्वदेशी रूप से विकसित ‘तेजस’ विमान की खरीद में गहरी दिलचस्पी दिखा रहा है। तेजस एक एकल इंजन वाला बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है, जो उच्च खतरे वाले वायुक्षेत्र में काम करने में सक्षम है।
शीर्ष मलेशियाई नेताओं से मिले राजनाथ सिंह
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम समेत वहां के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और द्विपक्षीय रक्षा और रणनीतिक संबंधों को मजबूत बनाने को लेकर विभिन्न मुद्दों पर उनसे चर्चा की। भारत और मलेशिया सोमवार को सैन्य और प्रौद्योगिकी सहयोग को बढ़ाने के लिए 1993 में हस्ताक्षरित एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन में संशोधन करने पर सहमत हुए। सिंह रविवार को मलेशिया की तीन दिवसीय यात्रा पर कुआलालंपुर पहुंचे।
मलेशियाई रक्षा मंत्री से राजनाथ सिंह ने की मुलाकात, कही ये बात
उन्नत रणनीतिक साझेदारी की स्थापना के बाद यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है, जिसकी घोषणा 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मलेशिया यात्रा के दौरान की गई थी। सिंह ने मलेशियाई समकक्ष मोहम्मद हसन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से कुआलालंपुर में मुलाकात की। भारत-मलेशिया के द्विपक्षीय संबंधों को और सशक्त बनाने के प्रति उनके सकारात्मक रवैये तथा रुचि की सराहना करता हूं।’
रक्षा सहयोग पर हुई गहन चर्चा
सिंह ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘मलेशिया के रक्षा मंत्री मोहम्मद हसन से कुआलालंपुर में आज बेहतरीन मुलाकात हुई। हमने व्यापक द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की तथा भारत-मलेशिया के बीच चौथे दशक के रक्षा सहयोग के प्रारूप पर विचार-विमर्श किया।’ हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव पर चिंताओं के बीच दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों का विस्तार करने का संकल्प लिया।
हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता पर दिया गया जोर
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मलेशिया के विदेश मंत्री दातो सेरी डिराजा डॉ.जाम्ब्रे अब्द कादिर से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों पक्षों ने आपसी महत्व के मामलों और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग के बारे में विचार-विमर्श किया। आसियान में भारत की मान्यता और हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के महत्व पर चर्चा की गई।

Author: saryusandhyanews
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