विशाखापत्तनम, 18 सितंबर 2025: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने घोषणा की है कि वैश्विक तकनीकी दिग्गज गूगल अगले महीने विशाखापत्तनम (विजाग) में अपना डेटा सेंटर स्थापित करेगा। यह डेटा सेंटर न केवल भारत में गूगल का पहला बड़ा बुनियादी ढांचा निवेश होगा, बल्कि यह एशिया में ताइवान और सिंगापुर के बाद गूगल का सबसे बड़ा डेटा सेंटर भी होगा। इस परियोजना को लेकर नायडू ने इसे राज्य और देश की डिजिटल महत्वाकांक्षाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
परियोजना का महत्व और निवेश
गूगल की यह परियोजना विशाखापत्तनम के मधुरवाड़ा क्षेत्र में 500 एकड़ में प्रस्तावित “डेटा सिटी” का मुख्य आधार होगी। आंध्र प्रदेश सरकार ने इस तकनीकी समूह को वैश्विक आईटी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) हब में बदलने की योजना बनाई है। गूगल ने इस परियोजना के लिए 80 एकड़ जमीन पहले ही अधिग्रहित कर ली है और राज्य सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस डेटा सेंटर में गूगल द्वारा लगभग 6 बिलियन डॉलर (लगभग 51,000 करोड़ रुपये) का निवेश किया जाएगा, जिसमें से 2 बिलियन डॉलर नवीकरणीय ऊर्जा सुविधा के निर्माण के लिए आवंटित किए जाएंगे। यह डेटा सेंटर 1 गीगावाट (GW) की क्षमता के साथ बनाया जाएगा, जो इसे विश्व के सबसे बड़े डेटा सेंटरों में से एक बनाता है।
रोजगार और स्थानीय विकास
मुख्यमंत्री नायडू ने बताया कि यह परियोजना हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करेगी, जिसमें आईटी विशेषज्ञों से लेकर निर्माण और रखरखाव कर्मचारियों तक शामिल होंगे। इसके अलावा, स्थानीय युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे। यह डेटा सेंटर उन्नत कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीन लर्निंग और क्लाउड कंप्यूटिंग क्षमताओं को बढ़ावा देगा, जिससे नवाचार को गति मिलेगी।
रणनीतिक स्थान और कनेक्टिविटी
विशाखापत्तनम का मधुरवाड़ा क्षेत्र, जो आनंदपुरम और भीमिली के करीब है, रणनीतिक रूप से चुना गया है। यह क्षेत्र आगामी भोगापुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अच्छी तरह जुड़ा होगा, जो वैश्विक कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा। इसके अतिरिक्त, डेटा सेंटर के पास एक सबमरीन केबल लैंडिंग स्टेशन भी स्थापित किया जाएगा, जो वैश्विक इंटरनेट बुनियादी ढांचे को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
आंध्र प्रदेश का डिजिटल भविष्य
नायडू ने कहा कि यह परियोजना आंध्र प्रदेश को डिजिटल और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, और आंध्र प्रदेश 2047 तक 2.4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखता है।” गूगल के इस निवेश से विशाखापत्तनम को क्लाउड डेटा सर्विसेज के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी, जो आईटी, बैंकिंग, स्वास्थ्य और स्टार्टअप्स जैसे क्षेत्रों में सुरक्षित और कुशल क्लाउड सेवाओं की बढ़ती मांग को पूरा करेगा।
सरकार का समर्थन और नीतियां
आंध्र प्रदेश सरकार ने गूगल के साथ मिलकर इस परियोजना को तेजी से लागू करने के लिए कई कदम उठाए हैं। दिसंबर 2024 में गूगल और राज्य सरकार के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसके बाद आईटी और मानव संसाधन विकास मंत्री नारा लोकेश ने गूगल के सैन फ्रांसिस्को मुख्यालय में कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। नायडू ने उद्योगपतियों के लिए “सुलभता, व्यापार में सुगमता और गति” को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दोहराई। सरकार ने गूगल की कर स्थिरता संबंधी चिंताओं को केंद्र सरकार के समक्ष उठाया है और व्यापार-अनुकूल माहौल के साथ प्रोत्साहन भी प्रदान किए हैं।
अन्य कंपनियों की भागीदारी
गूगल के अलावा, टीसीएस, एचसीएल और अडानी डेटा सेंटर भी विशाखापत्तनम में अपनी इकाइयां स्थापित कर रहे हैं। इसके साथ ही, अर्सेलरमित्तल का स्टील प्लांट भी शहर में बन रहा है। ये सभी परियोजनाएं मिलकर विशाखापत्तनम को अगले कुछ वर्षों में हैदराबाद के समकक्ष एक प्रमुख आईटी गंतव्य में बदल सकती हैं।
गूगल का यह डेटा सेंटर न केवल आंध्र प्रदेश के आर्थिक और तकनीकी विकास को गति देगा, बल्कि भारत को वैश्विक डिजिटल परिदृश्य में और मजबूत करेगा। मुख्यमंत्री नायडू ने इसे एक “गेम-चेंजर” करार देते हुए कहा कि यह परियोजना अगले छह महीनों में शुरू हो जाएगी और दो वर्षों में विशाखापत्तनम को विकास के नए स्तर पर ले जाएगी। यह कदम आंध्र प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार, नवाचार और समृद्धि का नया द्वार खोलेगा।

Author: saryusandhyanews
SENIOR JOURNALIST ,NEWS PUBLISHED IS FOR TEST AND QUALITY PURPOSE TILL OFFICIAL LAUNCH