रांची, 16 फरवरी (भाषा) झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सुप्रीमो शिबू सोरेन के सबसे छोटे बेटे बसंत सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड में चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री के रूप में सात अन्य के साथ शपथ ली।
बसंत झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई हैं, जो कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में न्यायिक हिरासत में हैं।
12 सदस्यीय मंत्रिमंडल में नए चेहरे झामुमो के चाईबासा विधायक दीपक बिरुआ और बसंत सोरेन हैं।
नवंबर 2020 में हुए उपचुनाव में भाजपा के लुईस मरांडी को 6,842 मतों के अंतर से हराने के बाद बसंत सोरेन दुमका विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में चुने गए थे।
बिरुआ ने 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के जे बी तुबिद को 26,000 से अधिक मतों से हराकर चाईबासा सीट जीती थी।
मंत्री पद बरकरार रखने वालों में रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख के अलावा झामुमो के मिथिलेश कुमार ठाकुर, हफीजुल हसन और बीबी देवी शामिल हैं।
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
झामुमो नीत गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं और अन्य सरकारी अधिकारियों की मौजूदगी में राजभवन के बिरसा मंडप में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया।
उन्होंने कहा, ‘विभागों का बंटवारा आज किया जाएगा. हम हर मंत्री को जिम्मेदारी सौंपने के बाद झारखंड के विकास के काम को आगे बढ़ाएंगे।
इससे पहले 2 फरवरी को 67 वर्षीय चंपई सोरेन ने राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, जबकि वरिष्ठ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और राजद नेता सत्यानंद भोक्ता ने टी के रूप में शपथ ली थी।
Author: Ajay Kumar Pandey
SENIOR JOURNALIST ,VAST EXPERIENCE OF INVESTIGATIVE JOURNALISM